Motivational Story for Success आपको बताती है कि आपकी प्रतिभा का प्रयोग कब करना चाहिए ताकि success आपके कदम चूमने लगे।
Motivational Story For Success
एक समय की बात है। एक राजा के दस पुत्र थे। वे सभी बड़े हो चुके थे। वे सभी बहुत ही बलवान व सुंदर दिखते थे। राजा की उम्र काफी हो चुकी थी , अब वह चिंतित था कि राजा का उत्तराधिकारी चारों में से कौन बनेगा। वैसे तो सबसे बड़े पुत्र को ही राजा बनना चाहिए था। परंतु राजा अपने राज्य को एक योग्य उत्तराधिकारी देना चाहता था। इसलिए उसने चारों पुत्रों की परीक्षा लेने का विचार किया। उसने सोचा जो उस परीक्षा में पास हो जाएगा, वही राजा का अगला उत्तराधिकारी बनेगा।
अगले दिन राजा ने घोषणा करवाई कि राज्य की समृद्धि को दर्शाने के लिए एक बड़ा “शाही भोज” राजा के जन्मदिन पर करवाया जाएगा। जिसमें बड़े-बड़े राजा- महाराजा के साथ-साथ सामान्य जनता भी शामिल होगी। उस दिन सभी राजकुमारों की परीक्षा ली जाएगी , जो परीक्षा में उत्तीर्ण होगा वही राजा बनेगा। तभी नए राजा की घोषणा भी की जाएगी।
Motivational story in hindi for success
कुछ ही दिनों बाद वह दिन आ गया। जब राजा का जन्मदिन था। उस दिन शाही भोज रखा गया था। बड़े-बड़े राजा महाराजा वहां पधारे थे। सारे राज्य की साधारण जनता गरीब से गरीब, अमीर से अमीर व्यक्ति भी उसे भोज में शामिल हुआ। सभी यह जानने के लिए उत्सुक थे कि राज्य का अगला उत्तराधिकारी कौन होगा ?
भोज की शुरुआत हुई। सभी को भोजन भरोसा गया। सभी राजकुमार भी भोजन करने के लिए बैठे। वे जैसे ही भोजन के लिए बैठे अचानक कहीं से कुछ भेड़ियों ने वहां आक्रमण कर दिया। सारी जनता में हड़बड़ा मच गई। चारों तरफ खौफ का माहौल था। सभी राजकुमार भी एक-एक करके पीछे हट गए, सिवाय एक पांचवे राजकुमार के।
वह राजकुमार सभी भेड़ियों का सामना करता रहा तथा उसने सभी पर जल्दी ही विजय प्राप्त कर ली। उसने सभी भेड़ियों को पड़कर कैद करवा दिया। राजा उसकी बहादुरी का कायल हो चुका था। वहां अब शांति का माहौल था।
राजा ने तभी घोषणा कर दी कि पांचवा राजकुमार ही राज्य का अगला उत्तराधिकारी होगा। सारे राज्य की जनता आश्चर्यचकित हो गई कि राजा ने बिना कोई परीक्षा लिए राजकुमार को राजगद्दी का वारिस बना दिया। जबकि राजा ने तो कहा था कि वह परीक्षा लेंगे।
तभी राजा ने राजकुमार को अपने पास बुलाया और कहा कि यही आप सबकी परीक्षा थी। उसने राजकुमार से कहा कि तुम इन सबको बताओ कि तुमने भेड़ियों पर कैसे विजय प्राप्त कर ली जबकि बाकी सभी राजकुमार भी शक्तिशाली होते हुए पीछे हट गए। राजकुमार बोला कि” महाराज मैंने जैसे ही देखा कि भेड़िया मेरी तरफ बढ़ रहा है , मैंने उसके सामने अपने भोजन की थाली रख दी। वह उसे खाने में व्यस्त हो गया। इस तरह जैसे ही कोई भेड़िया मेरी ओर बढ़ता, मैं एक थाली उठाकर उसके सामने रख देता। ऐसा करते-करते उनका पेट भर चुका था अब वह किसी को खाना नहीं चाहते थे, जिससे अब वे शांत हो चुके थे। वे जैसे ही शांत हुए उनके गले में बेड़ियां डाल दी और उन्हें कैद कर लिया गया.
राजकुमार की यह बात सुनकर सारी जनता राजकुमार पर गर्व कर रही थी। चारों तरफ उसी घटना की चर्चा हो रही थी। अब नए राजा के मिलने की खुशी में सभी राजा महाराजा वह जनता ने शाही भोज का आनंद लिया। अब राजा की दुविधा दूर हो चुकी थी। अब राजा व जनता नए राजा को पाकर खुश थे।
Short Motivational Story कहानी से शिक्षा:
इस Motivational Story कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि आप चाहे कितने भी गुणी हो यदि आपकी काबिलियत समय पर काम नहीं आई तो वह किसी काम की नहीं होती। इसके साथ ही यदि आप अपने हुनर का प्रयोग सही समय व जरूरत के समय करते हैं, तो लोग आपको अपने सर आंखों पर बिठा लेते हैं। आप ही उनके हीरो बन जाते है।
आपको यह कहानी motivational story for Success कैसी लगी कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइएगा ऐसी ही अन्य कहानियां पढ़ने के लिए इस ब्लॉक पर आते रहिए आपका धन्यवाद