Deepawali story 2022 | दीपावली पर लक्ष्मी पूजा क्यों करते हैं ?

इस लेख में हम जानेंगे कि दीपावली को मनाने के पीछे Deepawali story दीपावली की कहानी क्या है ? दीपावली 5 दिनों तक चलने वाला भारत का प्रमुख त्योहार है । दीपावली को festival of lights भी कहा जाता है । रोशनी और आतिशबाजी से भरपूर, मीठे व्यंजनों की खुशबू और अनेक पारिवारिक समारोहों को दर्शाता हुआ यह दीपावली का त्यौहार ना केवल भारत बल्कि अन्य कई देशों में भी उल्लास के साथ मनाया जाता है । 

चाहे कोई भी त्यौहार हो हम सभी उसे बड़े ही आनंद के साथ मनाते हैं , परंतु यदि हमें त्यौहार को मनाने के पीछे की कहानी या कारण पता हो तो उसे मनाने का मजा दुगना हो जाता है । तो क्यों ना, हम यह जानने से पहले कि दीपावली कैसे मनाई जाती है यह जान लें कि दीपावली कब और क्यों मनाई जाती है , आइए जानते हैं :

Deepawali Story in hindi 2022 by kahanihindime
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दीपावली का क्या अर्थ क्या है ?

दीपावली दो शब्दों दीप + अवलि से मिलकर बना है , जिसका अर्थ होता है दीपकों की पंक्ति।

दीपावली कब मनाया जाता है ?

दीपावली शरद ऋतु में कार्तिक मास की अमावस्या को बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है । यह भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक त्योहार है। इसे न केवल हिंदू बल्कि जैन व बौद्ध भी मनाते हैं । सब की इस त्यौहार को मनाने के पीछे अलग-अलग कहानियां है ।

आइए जानते हैं, दीपावली का इतिहास , दीपावली की कहानी क्या है ?

Deepawali Story राम की वनवास से वापसी : 

रामायण में वर्णित है कि त्रेता युग में अयोध्या के राजा दशरथ की आज्ञा का पालन करने के लिए उनके जेष्ठ पुत्र श्री राम अपने पिता की आज्ञा अनुसार 14 वर्ष के वनवास का समय व्यतीत कर के जब अपनी पत्नी सीता एवं अपने छोटे भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या वापस आए थे । तब अयोध्या वासियों ने उनके स्वागत में अयोध्या  को घी के दीपक से रोशन कर दिया था । अमावस्या की काली रात को भी उजाले से भर दिया था । तब से यही परंपरा चली आ रही है । प्रत्येक वर्ष हम सब दिए जलाकर दीपावली मनाते हैं । 

 Deepawali Story माता लक्ष्मी का जन्म : 

कई बार हमारे मन में सवाल आता है कि दीपावली, जब राम जी की अयोध्या वापसी के उपलक्ष में मनाया जाता है तो दीपावली पर लक्ष्मी जी की पूजा क्यों करते हैं ? तो इसका जवाब यह है कि ऐसा माना जाता है कि कार्तिक मास की अमावस्या को समुद्र मंथन के दौरान मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था ।  मां लक्ष्मी को धन व समृद्धि की देवी कहा जाता है इसलिए दीपक जलाने के साथ-साथ उनका जन्मदिन भी मनाया जाता है तथा उनकी घर घर में पूजा भी की जाती है । लोग लक्ष्मी जी को प्रसन्न करके अपने घर को धन धान्य से भरपूर बनाने की प्रार्थना करते हैं ।

 Deepawali Story नरकासुर का वध : 

 नरकासुर नाम का एक दुष्ट राक्षस था , जिसके डर से सभी परेशान थे । उसका नाम नरकासुर इसलिए पड़ा क्योंकि वह जहां भी जाता था , उस स्थान को नर्क के समान बना देता था । किसी भी पुरुष में इतना साहस नहीं था कि कोई उसे हरा पाए । तब श्री कृष्ण की पत्नी सत्यभामा उसके सामने आई । उसने स्त्री को कमजोर समझने की भूल कर दी जिसका परिणाम यह हुआ कि उसकी पराजय हुई । इस सबके पीछे श्री कृष्ण ही थे ।

जब नरकासुर का अंतिम समय आया तब उससे पूछा गया कि उसकी अंतिम इच्छा क्या है ? तब उसने बताया कि मेरी मृत्यु से सबके घरों में रोशनी और खुशियां आए , इसलिए मैं चाहता हूं कि मेरी मृत्यु के अवसर पर सभी लोग दीपक जलाएं । तब सभी लोगों ने दीपक जलाकर उत्सव मनाया। तब से ही दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है ।

Deepawali Story पांडवों की वापसी : 

ऐसा माना जाता है कि कार्तिक मास की अमावस्या को पांडव अपना १२ वर्ष का वनवास व्यतीत करके वापस हस्तिनापुर आए थे । तब से ही दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है ।

 Deepawali Story राजा विक्रमादित्य का राजतिलक : 

ऐसी मान्यता है कि कार्तिक मास की अमावस्या के दिन ही राजा विक्रमादित्य का राजतिलक किया गया था ।  

जैन धर्म में दीपावली :

 जैन धर्म में दीपावली इसलिए मनाई जाती है क्योंकि उनके अनुसार 24 वे तीर्थंकर महावीर स्वामी को कार्तिक अमावस्या के दिन मोक्ष की प्राप्ति हुई थी । इनकी दीपावली को मनाने की विधि सबसे भिन्न है । 

सिख धर्म में दीपावली

सिख धर्म में दीपावली इसलिए मनाई जाती है क्योंकि इसी दिन 1577 में अमृतसर में स्वर्ण मंदिर का शिलान्यास हुआ था तथा इसी दिन इनके छठवें गुरु हरगोविंद सिंह जी जेल से रिहा होकर आए थे ।

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दीपावली कैसे मनाई जाती है ?  

दीपावली 5 दिनों तक चलने वाला त्यौहार है । जिसमें पहले दिन धनतेरस, दूसरे दिन छोटी दीपावली या नरक चतुर्दशी , तीसरे दिन शुभ दीपावली , चौथे दिन गोवर्धन पूजा व पांचवे दिन भाई दूज शामिल है । इतने सारे त्योहारों की कई हफ्तों पहले से ही तैयारियां शुरू हो जाती है । दीपावली के आने से पहले ही लोग अपने घरों की साफ-सफाई करना प्रारंभ कर देते हैं ।

ऐसी मान्यता है कि माता लक्ष्मी स्वच्छ घर में ही  निवास करती है । अतः घरों में रंग रोगन का काम भी करवाया जाता है । लोग इस दिन एक दूसरे को तोहफे और मिठाइयां बांटते हैं । अपने घरों को स्वच्छ करने के साथ-साथ सजाते भी हैं । दीपावली पर लोग अपने घरों पर तरह-तरह की लाइट लगाते हैं तथा दीयों  से सजाते हैं । दीपावली पर बाजार तरह-तरह की मिठाइयों और तोहफों से भर जाते हैं । 

दीपावली ना केवल सामाजिक बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है । दीपावली का त्यौहार ना केवल क्रेता बल्कि विक्रेता के लिए भी शुभ होता है । क्रेता अपने घर नई-नई चीजें लाकर खुशियां मनाते हैं और विक्रेता सामान बेचकर खूब लाभ कमाते हैं । हर एक के लिए खुशियां ही खुशियां लेकर आती है दीपावली । दीपावली पर लोग सोने चांदी की महंगी चीजें व अन्य प्रकार के घरेलू सामानों जैसे टीवी , फ्रिज ,कंप्यूटर आदि जैसे उपकरण व रसोई के बर्तन आदि की खरीदारी करते हैं ।

दीपावली के शुभ अवसर पर महिलाएं खूब शॉपिंग करती हैं । शाम को अपने घर के फर्श पर फूलों से रंगोली बनाती है । आतिशबाजी और रोशनी की वयस्क व्यवस्था करते हैं । बच्चे खूब पटाखे फोड़ते है । हर उम्र का व्यक्ति दीपावली के त्यौहार को बड़े ही आनंद के साथ मनाता है । 

शाम को दीपावली के शुभ अवसर पर माता लक्ष्मी जी और गणेश जी के अत्यंत श्रद्धा के साथ पूजा की जाती है । तरह-तरह के व्यंजनों से उन्हें भोग लगाया जाता है । दीपावली के अवसर पर लोग नए नए कपड़े पहनते हैं तथा खूब पटाखे फोड़ते हैं एवं मिठाईयां व गिफ्ट बांटते हैं । रात को सभी परिवारीजन व आमंत्रित मित्रगण मिलकर भोजन करते हैं। भोजन में भिन्न भिन्न प्रकार के पकवान और मिठाइयां शामिल होते हैं । दीपावली पर लोग दूर दूर से अपने घर वापस आते हैं और अपने परिवार के साथ मिलकर मनाते हैं । छेत्रीय स्तर पर रीति-रिवाजों का अलग-अलग रूप देखने को मिलता है । 

दीपावली का दीपक केवल दीपक नहीं होता , उसमें शामिल होती है हर व्यक्ति की उम्मीद कि आने वाला वर्ष उसके लिए धन व समृद्धि से भरा रहेगा । माता लक्ष्मी आपकी इस उम्मीद को साकार करें , ऐसी ही मेरी कामना है ।

sushma singh
diwali story in hindi 2022
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 दीपावली की शुभकामनायें

24 अक्टूबर को हम सब  दीपावली मनाने वाले हैं । आशा करती हूं  कि आप सब की दीपावली धन-धान्य सुख समृद्धि व खुशहाली से भरी रहेगी और आपका जीवन खुशियों की रोशनी से भर जाएगा ।

आशा करती हूं कि आपको मेरा ये लेख Deepawali Story पसंद आया होगा । यदि आपको Deepawali Story in Hindi पसंद आया हो तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं ।

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