Inspirational story for success in life उन लोगों को ध्यान में रखकर लिखी गयी है , जो इस बात से depressed रहते हैं की उन्हें उनका सही हक़ या सही अधिकार कब मिलेगा। जिंदगी की इसी उधेड़बुन को दर्शाती ये कहानी आपको सही समय पर सही फैसले लेने में मदद करेगी।
किसी ने क्या खूब कहा है कि
“सब्र एक ऐसी सवारी है जो अपने सवार
को कभी गिरने नहीं देती, ना किसी के
कदमो में और न किसी की नजरों में ।”
inspirational story for success in life
एक बार एक राजा था। वह काफी बुजुर्ग हो चुका था। अब जीवन के इस अन्तिम पड़ाव को वह आनन्द के साथ बिताना चाहता था। इसके लिए उसने अपने राज्य में एक बड़ा महोत्सव मनाने की घोषणा की। इसमें उसने बड़े- बड़े राजाओं व मित्र देश के राजाओ को आमन्त्रित किया। उस कार्यक्रम को बहुत आनन्ददायक बनाने के लिए उसने अपने राज्य की सबसे प्रसिद्ध नर्तकी को भी कार्यक्रम में में बुलाया ।
उसने अपने गुरू को भी महोत्सव में बुलाया । उसने अपने गुरू को कुछ स्वर्ण मुद्राएँ दीं और कहा कि आप भी इन स्वर्ण मुद्राओं से नर्तकी को पुरस्कृत कर सकते हैं । राजा की दो संतानें थीं , एक बेटा और एक बेटी । दोनों राजकुमार व राजकुमारी भी वही बैठे हुए थे ।
कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ। रंगारंग कार्यक्रम मे नर्तकी की प्रस्तुति का सभी आनंद ले रहे थे।सारी रात कार्यक्रम चलता रहा और सभी दर्शक तालियाँ बजाते रहे । लगभग आधी रात के बाद नर्तकी की नजर अपने तबलावादक पर पड़ी । उसने देखा कि तबला वाला नींद से ऊंघने लगा है। अगर इसे नींद आ गयी तो राजा नाराज हो जायेगा और अब तक की सारी मेहनत बेकार हो जायेगी ।
इस नर्तकी ने अपने तबला वादक की नींद भगाने के लिए एक दोहा पढ़ा । वह बोली की
यानि कि अगर एक बार उसकी पलक झपकी तो सारी शोहरत और प्रसिद्धि पर कलंक लग जायेगा । इतना सुनते ही तबलेवाले को होश आ गया। वह अच्छे से तबला बजाने लगा। लेकिन वह दोहा जो नर्तकी ने पढ़ा था, उसका अर्थ वहाँ बैठे हर व्यक्ति ने अलग अलग निकाला। अचानक से गुरु जी उठकर आये और राजा ने जो स्वर्ण मुद्राएं उनको दी थी वे सब उन्होंने नर्तकी को दे दी ।
अब राजकुमार ने अपना मुकुट उतारकर उस नर्तकी को दे दिया। राजकुमारी ने अपना कीमती हार उतारकर नर्तकी को दे दिया।
राजा यह सब देखकर आश्चर्यचकित था उसे समझ नहीं आ रहा था कि यह क्या हो रहा है। वह नर्तकी से बोला कि तुमने यह कैसा दोहा पढ़ा है जो सबको वश में कर लिया, सब अपनी कीमती चीजें तुम्हे दे रहे हैं। राजा को गुस्सा आ गया और उसने सिपाही को आदेश दिया कि वे उस नर्तकी को बन्दी बना लें । तभी राजा के गुरु बोले कि “है राजन ऐसा अपराध न कीजिए। इस नर्तकी ने जो कहा एकदम सही कहा है। इसने जो दोहा पढ़ा, सबने उसका अपने- अपने हिसाब से मतलब निकाल लिया ।
इसने जो कहा उसका अर्थ हैं, कि मैं यहाँ क्या कर रहा हूँ, मैं तो सन्यासी हूं । मैं तो तपस्या कर रहा था, और ये अब कहाँ ये नर्तकी का नाच देख रहा हूँ । यह तो एक तपस्वी के लिए कलंक समान है।” नर्तकी के दोहे ने मेरी आंखें खोल दी है। इतना कहकर गुरु जी वहाँ से चले गए।
अब राजा की बेटी बोली कि पिताजी के इस नर्तकी के दोहे ने मुझे भी एक बड़ी सीख दी है ।
“मेरी विवाह की उम्र हो चली है पर आप मेरा विवाह नहीं करवा रहे हैं, तो आज में आपके सेनापति के साथ भागने वाली थी। पर इसने मुझे समझा दिया कि थोड़ा सब्र और कर लो हो जाएगी शादी । अपनी इस गलती के कारण मैं आपको कलंकित नहीं कर सकती ।
अब राजकुमार सामने आया और बोला कि पिताजी मैने भी अपने नजरिये से इसका अर्थ निकाला। मैं इतना बड़ा हो गया हूं , पर आप मुझे राजा घोषित नहीं कर रहे हैं तो आज रात मैं सैनिको के साथ आपका वध करने वाला था पर नर्तकी के दोहे ने मुझे समझा दिया कि एक गलती से मेरे सिर पर पिता के खून का कलंक लग सकता था।। मुझे सब्र रखना चाहिए आखिर राजा तो मुझे ही बनना है।
नर्तकी भी यह सोचकर वहाँ से चली गई कि उसका वहाँ कोई काम नहीं। राजा का भी दिमाग खुल गया । उसे समझ आ गया कि एक छोटी सी गलती के कारण मैं अपने ऊपर कलंक क्यों लगा रहा हूँ । राजा ने अपनी सभी गलतियों को सुधारा । बेटी की शादी उसके मनचाहे वर से कर दी और बेटे को राजा घोषित करके राजा ने सन्यास ले लिया।
inspirational story for success in life से सीख
जीवन में सब्र ही तो है जो हमें कई गलत काम करने से रोक लेता है। अगर हम आप कुछ बड़ा करने की सोचते है , पर रास्ते में ही हिम्मत हार जाते है, तो थोड़ा और सब्र थोड़ी और मेहनत, आप सफल जरूर होगे , आपको हर वो चीज मिल जाएगी जो आप पाना चाहते हैं ।
आपको ये Inspirational story for success in life कहानी कैसी लगी , जरूर बताइएगा ।
धन्यवाद
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