ठोकर खाने में और गिर जाने में फर्क होता है। short story for kids
यह short story for kids हमें सिखाती है कि जीवन में “ठोकर खाने में और गिर जाने में फर्क होता है।”
हर इंसान की जिंदगी में ठोकर लगती है, लेकिन हर कोई गिरता नहीं।
फर्क बस इतना है – “जो ठोकर खाकर संभल जाते हैं, वही जीतते हैं। आज की कहानी आपको यही सिखाएगी कि ठोकर खाना जरूरी है, लेकिन गिरकर रुक जाना नहीं।”
Short Story for kids :
“राजू नाम का एक लड़का पहाड़ों के बीच एक छोटे से गांव में रहता था। वह दौड़ में भाग लेना चाहता था, लेकिन हर बार अभ्यास के दौरान गिर जाता था। गांव के लोग मज़ाक उड़ाते और कहते, ‘राजू, तुमसे नहीं होगा।’
एक दिन, राजू के दादा ने उसे पास बुलाया और बोले, ‘बेटा, ठोकर खाने में और गिर जाने में फर्क होता है। जब घोड़ा दौड़ता है, तो ठोकर खाता है, लेकिन गिरता नहीं। वो संभलकर फिर आगे बढ़ता है। अगर ठोकर खाकर तुम भी संभल जाओगे, तो दुनिया तुम्हारी जीत का सम्मान करेगी।’
राजू ने दादा की बात गांठ बांध ली। उसने हर बार गिरने के बाद खुद को संभाला और फिर खड़ा हुआ। आखिरकार, गांव की दौड़ प्रतियोगिता में उसने पहला स्थान हासिल किया। जो लोग उसका मज़ाक उड़ाते थे, वही लोग अब तालियां बजा रहे थे।”
Short story for kids कहानी से सीख :
यह कहानी हमें सिखाती है कि हार मानना असली गिरना है।
ठोकर खाकर गिरना गलत नहीं है, लेकिन गिरकर उठने से मना करना गलत है।
- थॉमस एडिसन ने हजारों बार बल्ब बनाने में असफलता पाई, लेकिन हर ठोकर से उन्होंने कुछ सीखा।
- अब्दुल कलाम जब पायलट बनने में असफल हुए, तो उन्होंने वैज्ञानिक बनने की राह चुनी और भारत को मिसाइल पावर बना दिया।
जीत उन्हीं की होती है जो ठोकर को सबक समझते हैं, न कि रुकने का बहाना।
Call to Action from short story hindi for kids :
दोस्तों, याद रखें –
- ठोकर लगना अनुभव है।
- गिरना एक पड़ाव है।
- लेकिन ठोकर खाकर संभल जाना असली सफलता है।
आज से खुद से कहिए –
क्योंकि जिंदगी में हर ठोकर हमें गिराने के लिए नहीं, संभलाने के लिए आती है!
अगर यह कहानी आपको प्रेरित करती है, तो कमेंट में जरूर बताएं और इसे शेयर करें और इस वेबसाइट को सब्सक्राइब जरूर करें।
धन्यवाद!”
Motivational story to all human being. I remember one story when one emperor loss fight many time He loss hope to win, but one day he saw a spider he try to climb on rock but he fell everytime. But he not left hope and he climbed on rock. Raja saw all incident and got motivational thoughts and once again decide to war and this time He won. This is true story. So don’t stop after fell. Take a oath to fight again with more hardworking.